इस बार सिविल सेवा परीक्षा की सफलता सूची में लड़कियों का बोलबाला रहा। पहले तीन स्थानों पर लड़कियों ने बाजी मारी। दूसरे स्थान पर शरणनदीप कौर बरार और तीसरे स्थान पर किरण कौशल रहीं। चौथे स्थान पर वरिंदर कुमार रहे।
दूसरे प्रयास में शुभ्रा ने सिविल सेवा परीक्षा का शिखर छू लिया। शुभ्रा की शादी छह साल पूर्व शिप्रा सनसिटी के विंडसर एंड नोवा में रहने वाले शशांक गुप्ता से हुई, जो वर्तमान में नोएडा स्थित सीएससी कंपनी में प्रोजेक्ट मैनेजर हैं। शुभ्रा अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, पति व दोस्तों को देती हैं, लेकिन इस बीच वह शिक्षक [गाइड] मुकुल पाठक की सराहना करने से भी पीछे नहीं रहतीं।
इस साल सिविल सेवा परीक्षा में कुल 791 उम्मीदवार सफल हुए। इनमें जनरल के 364, ओबीसी के 236 और एससी वर्ग के 61 छात्र शामिल हैं। टाप 25 में दस लड़कियां हैं। इस बार कुल 3,18,843 उम्मीदवारों ने फार्म भरा जिनमें 1,67,035 प्रारंभिक परीक्षा में बैठे। इनमें 11,849 ने प्रारंभिक परीक्षा पास की और मुख्य परीक्षा में शामिल हुए। आखिर में 2,140 को इंटरव्यू के लिए बुलाया गया।
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